भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर आर. प्रज्ञानंद ने स्पष्ट किया है कि उनकी बहन, ग्रैंडमास्टर आर. वैशाली के साथ उनका कोई भाई-बहन की प्रतिस्पर्धा (sibling rivalry) नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका रिश्ता “कभी गंभीर, कभी मज़ाकिया, लेकिन हमेशा एक-दूसरे का सहारा देने वाला” है।
एक साक्षात्कार में प्रज्ञानंद से पूछा गया कि क्या दोनों भाई-बहन के खेल दृष्टिकोण में कोई अंतर है। इस पर उन्होंने कहा कि वह खेल के तकनीकी पहलुओं पर अधिक ध्यान देते हैं, जबकि वैशाली का स्वभाव आक्रामक खेलने का है। उन्होंने माना कि दोनों की शैलियां अलग होने के बावजूद, यह विविधता उन्हें और भी मजबूत बनाती है।
प्रज्ञानंद ने यह भी कहा कि भाई-बहन के बीच एक स्वाभाविक समझ और सहयोग है। जब कभी कोई मुश्किल स्थिति आती है, तो वे एक-दूसरे का मार्गदर्शन करते हैं। उनका मानना है कि परिवार से मिली यह साझेदारी और समर्थन उनके खेल करियर में एक बड़ी ताकत है।
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वैशाली ने भी पहले कई बार कहा है कि प्रज्ञानंद उनके लिए प्रेरणा का स्रोत हैं, वहीं प्रज्ञानंद मानते हैं कि वैशाली के साथ उनकी बातचीत और अभ्यास उनके खेल को और गहराई देता है। दोनों भाई-बहन हाल के वर्षों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए गौरव का कारण बने हैं।
शतरंज जगत में इन दोनों की उपलब्धियों को अक्सर “डबल स्ट्राइक” कहा जाता है, जहां भाई-बहन एक साथ देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
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