कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की दुनिया में अगली बड़ी क्रांति माने जा रहे एआई एजेंट्स (AI Agents) अब साइबर सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बनते जा रहे हैं। विशेषज्ञों ने चेताया है कि इन एजेंट्स को हैकर्स द्वारा हाइजैक (Hijack) कर अवैध या हानिकारक कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
एआई एजेंट्स ऐसे प्रोग्राम होते हैं जो मनुष्यों की तरह ऑनलाइन कार्य कर सकते हैं — जैसे हवाई टिकट खरीदना, ईमेल भेजना या कैलेंडर में ईवेंट जोड़ना। हालांकि, इन्हें साधारण भाषा में आदेश देने की क्षमता किसी भी गैर-तकनीकी व्यक्ति के लिए इन्हें दुरुपयोग करना आसान बना देती है।
साइबर सुरक्षा स्टार्टअप Perplexity ने कहा, “हम एक ऐसे युग में प्रवेश कर रहे हैं जहां साइबर सुरक्षा केवल तकनीकी विशेषज्ञों से बचाव तक सीमित नहीं है। अब हमलों के नए और अनोखे तरीके कहीं से भी आ सकते हैं।”
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विशेषज्ञों के अनुसार, क्वेरी इंजेक्शन (Query Injection) जैसे हमले एआई एजेंट्स के लिए सबसे बड़ा खतरा है। यह तब होता है जब कोई दुर्भावनापूर्ण उपयोगकर्ता किसी सामान्य आदेश जैसे “मेरे लिए होटल बुक करो” को बदलकर “इस खाते में 100 डॉलर भेजो” कर देता है।
Meta, Microsoft और OpenAI जैसी कंपनियां इन खतरों से निपटने के लिए सुरक्षा उपाय अपना रही हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने हानिकारक आदेशों का पता लगाने के लिए नया टूल जोड़ा है, जबकि OpenAI उपयोगकर्ताओं को संवेदनशील वेबसाइटों पर चेतावनी देती है।
साइबर विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल एआई एजेंट्स को पूरी तरह भरोसेमंद नहीं माना जा सकता। शोधकर्ता ने कहा, “एआई एजेंट्स अभी इतने परिपक्व नहीं हुए हैं कि उन्हें महत्वपूर्ण कार्यों या डेटा के साथ स्वतंत्र रूप से काम करने दिया जाए।”
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