अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न ने घोषणा की है कि वह अपने Prime सदस्यता धोखाधड़ी से संबंधित आरोपों का निपटारा 2.5 बिलियन डॉलर में करेगी। यह कदम अमेरिकी संघीय व्यापार आयोग (FTC) के साथ लंबे समय से चल रही कानूनी लड़ाई को समाप्त करने की दिशा में है।
FTC ने अमेज़न की सदस्यता प्रथाओं की जांच डोनाल्ड ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान शुरू की थी। इसके तहत यह जांच की गई कि क्या अमेज़न अपने ग्राहकों को धोखे में रखकर उन्हें Prime सदस्यता में शामिल कर रहा था, या फिर ग्राहकों से बिना स्पष्ट सहमति के शुल्क वसूलता था।
मामला जो बाइडन के राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान दायर किया गया, उस समय FTC ने अमेज़न पर आरोप लगाया कि कंपनी ने कई सालों तक उपभोक्ताओं को भ्रामक जानकारी के जरिए सदस्यता शुल्क लेने का काम किया। जांच में यह भी सामने आया कि कई ग्राहकों ने अनजाने में सदस्यता रिन्यूअल और अन्य शुल्क का भुगतान किया।
और पढ़ें: जीएसटी सरलीकरण से विक्रेताओं और खरीदारों को होगा लाभ : अमेज़न कंट्री मैनेजर
अमेज़न के अधिकारियों ने कहा कि कंपनी इस निपटारे को स्वीकार कर रही है ताकि उपभोक्ताओं के विश्वास को बहाल किया जा सके और कानूनी विवादों को समाप्त किया जा सके। इस समझौते के तहत FTC और अन्य संबंधित एजेंसियां उपभोक्ताओं की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करेंगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला बड़ी टेक कंपनियों पर उपभोक्ता संरक्षण और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मिसाल बन सकता है। अमेज़न के लिए यह समझौता वित्तीय और कानूनी दोनों दृष्टियों से महत्वपूर्ण है।
इस निपटारे के बाद, अमेज़न अपने व्यवसायिक मॉडल में सुधार और सदस्यता प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता लाने की दिशा में कदम उठाने की योजना बना रहा है।
और पढ़ें: इंटेल ने एप्पल से निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की : रिपोर्ट