भारत में रोजगार योग्यता (Employability) वर्ष 2026 में बढ़कर 56.35% हो गई है, जो 2025 में 54.81% थी। Indian Witness रिपोर्ट के अनुसार, भारत के आईटी और गिग वर्कफोर्स के 40% से अधिक कर्मचारी अब ऑटोमेशन, एनालिटिक्स और क्रिएटिव प्रोडक्शन के लिए एआई (Artificial Intelligence) टूल्स का उपयोग कर रहे हैं।
यह रिपोर्ट एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विस (ETS) द्वारा सीआईआई (CII), एआईसीटीई (AICTE) और एआईयू (AIU) के सहयोग से जारी की गई। इसमें 1 लाख से अधिक उम्मीदवारों और 1,000 नियोक्ताओं से मिले डेटा का विश्लेषण किया गया।
रिपोर्ट बताती है कि भारत का जनसांख्यिकीय लाभ (Demographic Advantage) – औसतन 28.4 वर्ष आयु वाली कार्यशक्ति – देश के लिए अवसर और चुनौती दोनों है। उल्लेखनीय रूप से, पहली बार महिलाओं की रोजगार योग्यता (54%) पुरुषों (51.5%) से अधिक रही है, जिसका श्रेय डिजिटल स्किलिंग और हाइब्रिड वर्क मॉडल को दिया गया।
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लखनऊ, कोच्चि और चंडीगढ़ जैसे टियर-2 और टियर-3 शहर मजबूत रोजगार केंद्र बनकर उभर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत विश्व के 16% एआई टैलेंट का घर है, जो 2027 तक 12.5 लाख पेशेवरों तक पहुंच सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, 90% कर्मचारी किसी न किसी रूप में जनरेटिव एआई टूल्स का उपयोग कर रहे हैं। वहीं, 70% आईटी और 50% बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं व बीमा (BFSI) क्षेत्रों ने एआई आधारित भर्ती प्रणाली अपनाई है।
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