जापानी टेक निवेशक सोफ्टबैंक ग्रुप ने एनवीडिया (Nvidia) में अपनी 5.8 अरब डॉलर की हिस्सेदारी बेच दी है, जिससे शेयर बाजारों में हलचल मच गई और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेक्टर में संभावित बबल की आशंकाएं फिर से उभर आई हैं।
कंपनी ने अपनी तिमाही रिपोर्ट में बताया कि उसने अक्टूबर में एनवीडिया के 3.21 करोड़ शेयर बेच दिए, ताकि सीईओ मसयोशी सोन की व्यापक एआई रणनीति को वित्तपोषित किया जा सके। यह निवेश OpenAI, Oracle और 500 अरब डॉलर के “स्टारगेट” प्रोजेक्ट जैसे उपक्रमों को समर्थन देने के लिए किया जा रहा है, जो अमेरिका में डेटा सेंटर क्षमता को बढ़ाने पर केंद्रित है।
हालांकि, इस बिक्री के समय ने निवेशकों में यह संदेह बढ़ा दिया है कि एआई क्षेत्र का मूल्यांकन वास्तविक आधार से अधिक हो गया है। एनवीडिया के शेयर शुरुआती कारोबार में 2% से अधिक गिर गए, जिससे एसएंडपी 500 सूचकांक पर भी असर पड़ा।
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वॉल स्ट्रीट के शीर्ष बैंकरों और प्रसिद्ध शॉर्ट सेलर माइकल बरी की हालिया चेतावनियों के बाद यह डर और बढ़ा है कि एआई शेयरों में गिरावट का दौर शुरू हो सकता है। कई विश्लेषकों का मानना है कि सोन का यह कदम बताता है कि एनवीडिया के 1200% उछाल के बाद अब वह ठहराव की ओर बढ़ सकता है।
सोफ्टबैंक ने टी-मोबाइल के लगभग 9.2 अरब डॉलर के शेयर भी बेचे हैं, जिससे सोन को एआई इंफ्रास्ट्रक्चर और सुपरकंप्यूटिंग प्रोजेक्ट्स में नए निवेश के लिए पूंजी मिली है। कंपनी का स्टॉक इस साल दोगुना से अधिक बढ़ा है, लेकिन विश्लेषक चेतावनी दे रहे हैं कि ओपनएआई से जुड़ाव के चलते जोखिम भी बढ़ रहे हैं।
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