टेक दिग्गज मेटा (Meta) ने सोमवार को घोषणा की कि वह चीनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप मैनस (Manus) का अधिग्रहण करेगा। इस कदम का उद्देश्य अपने प्लेटफॉर्म्स पर उन्नत एआई क्षमताओं को तेजी से एकीकृत करना है। हालांकि, इस सौदे की वित्तीय शर्तों का खुलासा नहीं किया गया है।
मेटा समेत दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां इस समय एआई सेक्टर में तीव्र प्रतिस्पर्धा के बीच रणनीतिक अधिग्रहण और प्रतिभाशाली विशेषज्ञों की भर्ती के जरिए अपने निवेश बढ़ा रही हैं। इससे पहले इसी वर्ष मेटा ने डेटा-लेबलिंग स्टार्टअप स्केल एआई (Scale AI) में निवेश किया था, जिसमें कंपनी का मूल्यांकन 29 अरब डॉलर आंका गया और उसके 28 वर्षीय सीईओ अलेक्जेंडर वांग भी मेटा से जुड़े।
सिंगापुर स्थित मैनस एक जनरल-पर्पज एआई एजेंट विकसित करता है, जो डिजिटल कर्मचारी की तरह काम कर सकता है। यह एआई एजेंट न्यूनतम निर्देशों के साथ स्वतंत्र रूप से रिसर्च, ऑटोमेशन और अन्य जटिल कार्यों को अंजाम देने में सक्षम है। मेटा ने कहा कि वह मैनस की सेवाओं का संचालन और व्यावसायिक बिक्री करेगा, साथ ही इसे अपने उपभोक्ता और कारोबारी उत्पादों में भी एकीकृत करेगा। इनमें मेटा एआई (Meta AI) जैसे प्लेटफॉर्म शामिल होंगे।
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इस साल की शुरुआत में मैनस ने अपना एआई एजेंट लॉन्च किया था और दावा किया था कि उसका प्रदर्शन ओपनएआई के एआई एजेंट ‘डीप रिसर्च’ से बेहतर है। बीजिंग की बटरफ्लाई इफेक्ट टेक्नोलॉजी लिमिटेड कंपनी का हिस्सा मैनस, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उपयोगकर्ताओं के लिए दर्जनों कार्य मुफ्त में पूरा करके अपने उत्पाद का प्रचार कर चुका है।
गौरतलब है कि हाल के वर्षों में कई चीनी कंपनियों ने अपना मुख्यालय सिंगापुर स्थानांतरित किया है। उनका मानना है कि व्यापार-केंद्रित इस शहर-राज्य में संचालन करने से चीन-अमेरिका के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों के कारण व्यवसाय में आने वाले जोखिम कम हो सकते हैं।
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