अमेरिका के न्याय विभाग (DOJ) की एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) योजना उद्योग में एंटीट्रस्ट प्रवर्तन को मजबूत समर्थन देती है। यह कदम बड़े तकनीकी दिग्गजों की बाजार पर एकाधिकार प्रवृत्ति को चुनौती देने और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के रूप में देखा जा रहा है।
अमेरिकी न्याय विभाग की सहायक अटॉर्नी जनरल गेल स्लेटर ने फोर्डहम यूनिवर्सिटी में आयोजित एक सम्मेलन में कहा कि एआई उद्योग में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करना न केवल न्यायपूर्ण व्यापार के लिए आवश्यक है, बल्कि यह नवाचार और नई तकनीक के विकास को भी प्रोत्साहित करता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रतिस्पर्धा की रक्षा करना सरकार की प्राथमिकता है, क्योंकि इससे छोटे और मध्यम स्तर की कंपनियों को भी अवसर मिलेंगे।
गेल स्लेटर ने कहा कि ट्रंप की एआई नीति का उद्देश्य केवल तकनीकी विकास नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि कुछ बड़ी कंपनियां पूरी तरह बाजार पर हावी न हो जाएं। उन्होंने कहा कि एंटीट्रस्ट कानूनों का प्रवर्तन एआई क्षेत्र को संतुलित और पारदर्शी बनाएगा, जिससे उपभोक्ताओं और व्यवसायों दोनों को फायदा पहुंचेगा।
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विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे-जैसे एआई का विस्तार हो रहा है, इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। यदि एंटीट्रस्ट प्रवर्तन कमजोर हुआ तो कुछ चुनिंदा कंपनियां एआई पर अपना पूर्ण नियंत्रण स्थापित कर सकती हैं, जिससे नवाचार पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
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