माइक्रोसॉफ्ट ने पुष्टि की है कि रेड सी (Red Sea) क्षेत्र में समुद्री केबल कटने की वजह से उसके क्लाउड प्लेटफॉर्म की सेवाएं प्रभावित हुई हैं। कंपनी ने कहा कि इस घटना का असर मुख्य रूप से मध्य पूर्व से होकर गुजरने वाले नेटवर्क ट्रैफिक पर पड़ा है।
माइक्रोसॉफ्ट ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “वह नेटवर्क ट्रैफिक जो मध्य पूर्व से होकर नहीं गुजरता, प्रभावित नहीं हुआ है।” कंपनी ने यह भी जोड़ा कि वह तकनीकी टीमों के साथ मिलकर सेवाओं को बहाल करने और वैकल्पिक रूटिंग विकल्पों के जरिए प्रभाव को कम करने पर काम कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, समुद्र के भीतर बिछी अंडरसी केबल्स वैश्विक इंटरनेट और क्लाउड सेवाओं की रीढ़ मानी जाती हैं। इन केबल्स में किसी भी तरह की क्षति से कई देशों में नेटवर्क कनेक्टिविटी पर असर पड़ सकता है। रेड सी जैसे संवेदनशील और व्यस्त समुद्री मार्ग में ऐसी घटनाएँ अक्सर बड़ी चुनौती बन जाती हैं।
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हालांकि, कंपनी ने ग्राहकों को भरोसा दिलाया है कि सेवा बहाली के प्रयास तेजी से किए जा रहे हैं और वैकल्पिक डेटा रूट्स की मदद से अधिकतर उपयोगकर्ताओं को स्थिर कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना ने एक बार फिर वैश्विक डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की नाजुकता को उजागर किया है। बढ़ती क्लाउड निर्भरता और अंतरराष्ट्रीय संचार के लिए इन अंडरसी केबल्स की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण हो गई है।
माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, प्रभावित क्षेत्रों में सेवाएं धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। कंपनी ने उपयोगकर्ताओं को तकनीकी अपडेट समय-समय पर उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
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