अशोक लीलैंड लिमिटेड के शेयरों में गुरुवार को 6.39% की तेज बढ़त दर्ज की गई। यह उछाल B&K सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के बाद आया, जिसमें कंपनी के लिए मजबूत वाणिज्यिक वाहन (सीवी) अपसाइकिल की ओर संकेत दिए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर महीने के लिए होलसेल वॉल्यूम 12,000 से 13,000 यूनिट के बीच रहने की उम्मीद है। साथ ही, विक्रेताओं और डीलरों ने मार्च 2026 तक मजबूत उत्पादन और सप्लाई शेड्यूल का संकेत दिया है।
विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा वाणिज्यिक वाहन चक्र न केवल FY19 (वित्त वर्ष 2019) के पीक को पार कर सकता है, बल्कि FY27 तक इसे पीछे छोड़ते हुए FY28 तक जारी रह सकता है। इसका मुख्य कारण है मध्यम और भारी वाणिज्यिक वाहनों (MHCV) की लगातार मजबूत मांग, जो आर्थिक गतिविधियों, इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में तेजी के साथ बढ़ रही है।
उद्योग से जुड़े विशेषज्ञ बताते हैं कि सड़क परिवहन, निर्माण, खनन और ई-कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में स्थिर मांग ने सीवी सेगमेंट में तेजी बनाए रखी है। इन क्षेत्रों के विस्तार से ट्रकों और भारी वाहनों की बिक्री में निरंतर वृद्धि की संभावना है।
अशोक लीलैंड, देश की प्रमुख वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनियों में से एक होने के नाते, इस बढ़ती मांग का सीधा लाभ उठा रही है। अपनी मजबूत प्रोडक्ट लाइन–अप, उन्नत तकनीक, और बढ़ते वितरण नेटवर्क के कारण कंपनी इस चक्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरी है।
विश्लेषकों का अनुमान है कि अगले दो से तीन वर्षों तक यह अपसाइकिल जारी रहेगी, जिससे कंपनी के रेवेन्यू, मार्जिन और मार्केट शेयर में और वृद्धि देखने को मिलेगी। निवेशकों ने भी इस सकारात्मक दृष्टिकोण को तेजी से अपनाया है, जिसके परिणामस्वरूप शेयर में उल्लेखनीय उछाल देखने को मिली।