धनतेरस के मौके पर भारत के ऑटोमोबाइल बाजार में त्योहारी रौनक चरम पर रही। उद्योग सूत्रों के मुताबिक, केवल 24 घंटों में एक लाख से अधिक गाड़ियों की डिलीवरी हुई, जो अब तक का रिकॉर्ड है। मजबूत मांग और जीएसटी 2.0 सुधारों के सकारात्मक प्रभाव ने इस साल ऑटो सेक्टर को जबरदस्त गति दी है। यह प्रदर्शन पिछले कई वर्षों में उद्योग का सबसे बेहतरीन एक-दिवसीय प्रदर्शन माना जा रहा है।
उद्योग के अनुमानों के अनुसार, इन डिलीवरीज़ का कुल मूल्य लगभग 8,500 से 10,000 करोड़ रुपये के बीच रहा। यह अनुमान औसतन 8.5 से 10 लाख रुपये प्रति वाहन की कीमत पर आधारित है। प्रमुख वाहन निर्माताओं—मारुति सुज़ुकी इंडिया, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स और हुंडई मोटर इंडिया—ने इस धनतेरस पर रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की। उपभोक्ता विश्वास उच्च स्तर पर पहुंच गया है, जिससे बाजार में सकारात्मक माहौल बना हुआ है।
टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड के चीफ कमर्शियल ऑफिसर अमित कामत ने बताया कि इस वर्ष धनतेरस और दिवाली की डिलीवरी दो से तीन दिनों में फैली रही, ताकि ग्राहकों को शुभ मुहूर्त में वाहन प्राप्त हो सकें। उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि यह ट्रेंड आने वाले महीनों में ऑटो सेक्टर के लिए मजबूत विकास संकेतक साबित हो सकता है।
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