साल 2025 के आखिरी कारोबारी दिन बुधवार (31 दिसंबर 2025) को घरेलू शेयर बाजारों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। लगातार कई दिनों की सुस्त और सीमित दायरे में कारोबार के बाद घरेलू संस्थागत निवेशकों की मजबूत खरीदारी के चलते सेंसेक्स और निफ्टी दोनों करीब 1% तक उछल गए।
पांच कारोबारी सत्रों की गिरावट के बाद 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 545.52 अंकों यानी 0.64% की बढ़त के साथ 85,220.60 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स 762.09 अंक या 0.90% चढ़कर 85,437.17 के उच्च स्तर तक पहुंच गया। वहीं, चार दिनों की गिरावट के बाद एनएसई निफ्टी 190.75 अंक यानी 0.74% की तेजी के साथ 26,129.60 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, टाइटन और ट्रेंट प्रमुख लाभ में रहने वाले शेयर रहे। दूसरी ओर, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), टेक महिंद्रा, इंफोसिस, बजाज फाइनेंस और सन फार्मा में गिरावट दर्ज की गई।
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पूरे साल 2025 की बात करें तो सेंसेक्स में 7,081.59 अंकों यानी करीब 9% की बढ़त दर्ज की गई, जबकि निफ्टी 2,484.80 अंक चढ़कर साल भर में 10.50% मजबूत हुआ।
एनरिच मनी के सीईओ आर. पोनमुदी ने कहा कि साल के आखिरी सत्र में बाजार सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए। निवेशकों की जोखिम लेने की क्षमता में धीरे-धीरे सुधार दिखा, जो मुख्य रूप से शॉर्ट कवरिंग और चुनिंदा खरीदारी के कारण रहा, न कि आक्रामक नई पोजिशनिंग के चलते।
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी और हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि शंघाई का एसएसई कंपोजिट इंडेक्स बढ़त में रहा। यूरोपीय बाजारों में हल्की कमजोरी दिखी। अमेरिकी बाजार मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे।
एक्सचेंज आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने मंगलवार को 3,844.02 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 6,159.81 करोड़ रुपये की खरीदारी की। इस बीच ब्रेंट क्रूड 0.31% चढ़कर 61.53 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
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