दो दिनों की लगातार बढ़त के बाद मंगलवार (23 दिसंबर 2025) को भारतीय शेयर बाजार में हल्की गिरावट देखने को मिली। आईटी और फार्मा शेयरों में मुनाफावसूली तथा वैश्विक संकेतों के मिश्रित रहने के कारण बीएसई सेंसेक्स 42 अंक फिसल गया। दिनभर के उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 42.64 अंक यानी 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,524.84 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 85,704.93 का उच्च स्तर और 85,342.99 का निचला स्तर छुआ।
वहीं, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। निफ्टी 4.75 अंक या 0.02 प्रतिशत की तेजी के साथ 26,177.15 पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में इन्फोसिस, भारती एयरटेल, अडानी पोर्ट्स, सन फार्मा, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक और मारुति प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं।
दूसरी ओर, आईटीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में खरीदारी देखने को मिली और ये बढ़त के साथ बंद हुए। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 और शंघाई का एसएसई कंपोजिट सकारात्मक क्षेत्र में बंद हुए, जबकि हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुआ।
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यूरोपीय बाजारों में कारोबार मिला-जुला रहा, जबकि अमेरिकी बाजार सोमवार को मजबूती के साथ बंद हुए थे। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 457.34 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 4,058.22 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऊंचे स्तरों पर मुनाफावसूली और नए सकारात्मक संकेतों की कमी के कारण बाजार सीमित दायरे में रहा। आने वाले दिनों में निवेशक तिमाही नतीजों और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति पर नजर बनाए रखेंगे।