मुंबई: बुधवार (6 अगस्त 2025) को शेयर बाजार में शुरुआती तेजी के बाद गिरावट दर्ज की गई। आरबीआई की मौद्रिक नीति निर्णय से पहले निवेशकों में सतर्कता और विदेशी निवेशकों की लगातार निकासी के कारण सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक लाल निशान में चले गए।
शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 124.18 अंकों या 0.15% की बढ़त के साथ 80,834.43 पर पहुंच गया था। इसी तरह, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी भी 21.85 अंकों की बढ़त के साथ 24,671.40 तक गया। लेकिन जल्द ही बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ा और दोनों सूचकांक शुरुआती लाभ गंवाकर निचले स्तर पर कारोबार करने लगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। बाजार को उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा, लेकिन भविष्य के संकेतों पर सबकी निगाहें टिकी हैं। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा लगातार की जा रही निकासी ने भी बाजार की धारणा को कमजोर किया है।
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बाजार विश्लेषकों का मानना है कि आरबीआई की नीतिगत घोषणा के बाद ही बाजार में स्थिरता आ सकती है। इसके अलावा, वैश्विक बाजारों से मिले मिश्रित संकेत और आर्थिक आंकड़ों में अस्थिरता ने भी घरेलू निवेशकों को सतर्क बनाए रखा है।
बैंकिंग, आईटी और धातु क्षेत्र के शेयरों में दबाव देखा गया, जबकि कुछ ऑटो और फार्मा स्टॉक्स में हल्की खरीदारी देखने को मिली।
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