वैश्विक बाजारों में कमजोरी, एफआईआई की लगातार बिकवाली और प्रमुख आईटी व रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में दबाव के चलते मंगलवार (9 दिसंबर 2025) को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज हुई। सेंसेक्स और निफ्टी, दोनों ही प्रमुख सूचकांक, शुरुआती कारोबार में तेज गिरावट के साथ खुले।
30-शेयर बीएसई सेंसेक्स 636.22 अंकों की गिरावट के साथ 0.75% टूटकर 84,466.47 पर पहुंच गया। वहीं, 50-शेयर एनएसई निफ्टी 193.25 अंकों की गिरावट के साथ 0.74% फिसलकर 25,767.30 पर ट्रेड कर रहा था।
सेंसेक्स के कई दिग्गज शेयरों—एशियन पेंट्स, ट्रेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, बीईएल, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी, एचसीएल टेक, इंफोसिस और अल्ट्राटेक सीमेंट—ने शुरुआती गिरावट का नेतृत्व किया। सुबह के व्यापार में भारती एयरटेल और हिंदुस्तान यूनिलीवर ही बढ़त में थे।
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निवेशकों में सतर्कता का एक प्रमुख कारण अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की नीति बैठक भी है, जो मंगलवार से शुरू हो रही है। यह बैठक वैश्विक ब्याज दरों के भविष्य के संकेत तय करेगी। फैसले की घोषणा बुधवार (10 दिसंबर) को की जाएगी।
इस बीच, सोमवार (8 दिसंबर) को एफआईआई ने 655.59 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जबकि डीआईआई ने 2,542.49 करोड़ रुपये की खरीदारी कर बाजार को कुछ सहारा दिया।
मेहता इक्विटीज़ लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) प्रशांत टैप्से ने कहा, “फेड की संभावित दर कटौती की उम्मीदों के बावजूद, एफआईआई की बिकवाली, रुपये का 90 प्रति डॉलर की ओर कमजोर होना और नरम वैश्विक संकेतों के कारण बाजार की धारणा दबाव में है।”
एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंग सेंग, दक्षिण कोरिया का KOSPI और शंघाई कंपोजिट सूचकांक लाल निशान में थे, जबकि जापान का निक्केई 225 हरे निशान में ट्रेड कर रहा था।
अमेरिकी बाजार भी सोमवार को फेड बैठक से पहले गिरावट के साथ बंद हुए। ब्रेंट क्रूड 0.21% फिसलकर 62.36 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
सोमवार को सेंसेक्स 609.68 अंकों की गिरावट के साथ 85,102.69 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 225.90 अंक गिरकर 25,960.55 पर आ गया था।