तीन दिनों की लगातार तेजी के बाद गुरुवार (13 नवंबर 2025) को भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव भरा सत्र देखने को मिला। कमजोर वैश्विक संकेतों और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बीच सेंसेक्स और निफ्टी मामूली बढ़त के साथ बंद हुए।
दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स 84,919.43 के उच्च स्तर और 84,253.05 के निचले स्तर के बीच झूलता रहा और अंत में 12.16 अंकों (0.01%) की हल्की बढ़त के साथ 84,478.67 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 3.35 अंक (0.01%) की मामूली तेजी के साथ 25,879.15 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, पावर ग्रिड, एलएंडटी, बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल, सन फार्मा, मारुति सुजुकी इंडिया, एक्सिस बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक प्रमुख लाभ में रहे।
वहीं महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, बीईएल, ट्रेंट, टीसीएस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और इन्फोसिस जैसी कंपनियां नुकसान में रहीं।
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जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, “सकारात्मक घरेलू और वैश्विक संकेतों के बावजूद मुनाफावसूली से शुरुआती बढ़त खत्म हो गई। अमेरिका में ट्रंप द्वारा शॉर्ट-टर्म फंडिंग बिल साइन करने और भारत के लिए शुल्क राहत की उम्मीदों से भावना बेहतर रही।”
उन्होंने बताया कि अक्टूबर में मुद्रास्फीति के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आने से आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ी है, जिससे मेटल और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेशक रुचि बढ़ी।
हालांकि, विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और रुपये की कमजोरी ने बाजार को सीमित रखा। एशियाई बाजारों में मिश्रित रुझान रहा जबकि यूरोपीय बाजारों में गिरावट दर्ज की गई।
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