तमिलनाडु ने 14 साल बाद वास्तविक अर्थों में दो अंकों की आर्थिक वृद्धि दर्ज की है। केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के संशोधित अनुमानों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य की अर्थव्यवस्था में 11.19% की वृद्धि हुई है।
यह आंकड़ा इस साल की शुरुआत में प्रस्तुत तमिलनाडु बजट में किए गए अनुमान से लगभग 2.2% अधिक है। बजट में राज्य की विकास दर का अनुमान करीब 9% लगाया गया था। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बेहतर प्रदर्शन औद्योगिक उत्पादन में तेजी, सेवा क्षेत्र की मजबूती और कृषि उत्पादन में सुधार के कारण संभव हुआ।
तमिलनाडु के लिए यह उपलब्धि खास इसलिए भी है क्योंकि 2010-11 के बाद यह पहली बार है जब राज्य ने वास्तविक अर्थों में दो अंकों की वृद्धि हासिल की है। इस दौरान कई वर्षों तक वैश्विक और राष्ट्रीय आर्थिक परिस्थितियों, महामारी और अन्य चुनौतियों के कारण विकास दर 10% से नीचे रही।
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अर्थशास्त्रियों का मानना है कि सरकार की औद्योगिक नीतियों, निवेश आकर्षित करने के प्रयासों और बुनियादी ढांचे में सुधार ने इस वृद्धि में अहम योगदान दिया है। इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, सूचना प्रौद्योगिकी और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में निवेश ने भी आर्थिक गतिविधियों को गति दी है।
राज्य सरकार ने कहा है कि यह उपलब्धि तमिलनाडु की मजबूत नीतियों और स्थिर प्रशासन का प्रमाण है। आने वाले वर्षों में विकास दर को इसी स्तर पर बनाए रखने के लिए सरकार ने नए उद्योगों को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन की योजनाओं पर जोर दिया है।
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