आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि उनका हालिया सिंगापुर दौरा राज्य की वास्तविक स्थिति स्पष्ट करने और निवेशकों का विश्वास बहाल करने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य वैश्विक निवेशकों को यह संदेश देना है कि आंध्र प्रदेश निवेश और नवाचार के लिए एक सुरक्षित और उभरता हुआ केंद्र है।
नायडू ने सिंगापुर में मंत्री टैन सी लेंग से मुलाकात की और आंध्र प्रदेश को नवाचार, हरित ऊर्जा और लॉजिस्टिक्स का वैश्विक केंद्र बनाने की योजना प्रस्तुत की। उन्होंने निवेशकों को राज्य में बेहतर बुनियादी ढांचे, कुशल श्रमिकों और अनुकूल औद्योगिक नीतियों का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा उद्देश्य यह स्पष्ट करना है कि आंध्र प्रदेश एक स्थिर और विकासशील राज्य है। हम निवेशकों को पारदर्शी नीतियों और दीर्घकालिक विकास की गारंटी देना चाहते हैं।”
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उन्होंने बताया कि सरकार हरित ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा देने, औद्योगिक पार्कों का विकास करने और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप लॉजिस्टिक्स नेटवर्क तैयार करने पर काम कर रही है।
नायडू ने कहा कि राज्य की प्राथमिकता रोजगार सृजन, विदेशी निवेश आकर्षित करना और उन्नत तकनीकी समाधानों को अपनाना है। उन्होंने सिंगापुर सरकार और वहां के उद्योगपतियों से आंध्र प्रदेश में साझेदारी और निवेश बढ़ाने की अपील की।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस दौरे से आंध्र प्रदेश में विदेशी निवेशकों का विश्वास मजबूत होगा और राज्य में नवाचार आधारित उद्योगों, स्टार्टअप्स और हरित ऊर्जा क्षेत्रों में नई संभावनाएं खुलेंगी।
सरकार का दावा है कि यह कदम राज्य को अंतरराष्ट्रीय व्यापार और तकनीकी नवाचार का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में अहम साबित होगा।
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