पाकिस्तान में मानसून ने भीषण तबाही मचाई है। देश की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 26 जून से अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 266 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 600 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में ही 14 लोगों की मौत और 17 लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में 94 पुरुष, 46 महिलाएं और 126 बच्चे शामिल हैं, जो यह दर्शाता है कि आपदा ने सभी वर्गों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
NDMA ने बताया कि भारी बारिश के कारण मकान ढहने, भूस्खलन, सड़क हादसों और बाढ़ जैसी घटनाएं सामने आई हैं। कई इलाकों में सड़कों और पुलों को भी भारी नुकसान हुआ है, जिससे राहत और बचाव कार्यों में बाधा आ रही है। विशेष रूप से सिंध, पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
और पढ़ें: ऑस्ट्रेलिया-भारत यूथ डायलॉग 2025 के प्रतिनिधियों की घोषणा
सरकारी एजेंसियां और सेना राहत कार्य में जुटी हुई हैं, लेकिन मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे चिंता और बढ़ गई है। प्रभावित इलाकों में हजारों लोग बेघर हो गए हैं और उन्हें अस्थायी शिविरों में रखा गया है।
NDMA ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के चलते मानसून की तीव्रता में बढ़ोतरी हुई है, जो भविष्य में और भी गंभीर आपदाओं का संकेत है।
और पढ़ें: काले कपड़ों में विधानसभा पहुंचे विपक्षी विधायकों पर भड़के नीतीश कुमार