पश्चिम बर्धमान जिले में मेडिकल छात्रा के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म के मामले में जांच में नया मोड़ आया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस मामले में गिरफ्तार छह आरोपियों में से दो आरोपी सरकारी गवाह (approver) बनने की तैयारी में हैं। इससे मामले की जांच में महत्वपूर्ण प्रगति होने की संभावना जताई जा रही है।
बुधवार (22 अक्टूबर 2025) को स्थानीय अदालत ने चार आरोपियों – नसीरुद्दीन शेख उर्फ सम्राट (23), अपू बाउरी (21), फिरदौस शेख (23) और पीड़िता के पुरुष मित्र – को 27 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बाकी दो आरोपियों को पहले ही न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है।
पुलिस ने बताया कि छात्रा का मित्र, जो घटना के दौरान उसके साथ था, ने जांच को गुमराह करने की कोशिश की। अधिकारियों ने कहा कि उसने “भ्रामक बयान” दिए और अपने मोबाइल से कुछ अहम चैट्स व डेटा डिलीट कर दिए थे। अदालत ने पुलिस को उसके मोबाइल से डिलीट किए गए व्हाट्सएप डेटा की जांच की अनुमति दे दी है।
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पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जिन दो आरोपियों ने सरकारी गवाह बनने की इच्छा जताई है, वे घटना के कुछ अहम पहलुओं पर जानकारी देने को तैयार हैं। जांच अधिकारी उम्मीद कर रहे हैं कि इससे पूरी साजिश और अपराध की श्रृंखला स्पष्ट हो सकेगी।
यह मामला पश्चिम बंगाल में राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर बड़ी बहस का विषय बना हुआ है, जहां विपक्ष ने कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं।
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