बेंगलुरु के परप्पना अग्रहरा सेंट्रल जेल में विवादों का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। ताजा घटना में, एक जेल वार्डन को उच्च सुरक्षा वाली जेल में स्मार्टफोन और दो ईयरफोन छिपाकर तस्करी करते हुए पकड़ा गया।
अभियुक्त अमर प्रांजे को मुख्य प्रवेश द्वार पर रात लगभग 10:30 बजे एक रूटीन सुरक्षा जांच के दौरान रोका गया। प्रांजे, जो अपनी नाइट शिफ्ट के लिए रिपोर्ट कर रहे थे, नाम पूछे जाने पर पीछे मुड़ने का प्रयास कर रहे थे, जिससे गार्ड्स को तुरंत संदेह हुआ। जांच के दौरान पता चला कि उन्होंने अपने निजी अंगों में स्मार्टफोन और ईयरफोन छिपाए थे, ताकि उन्हें जेल में प्रवेश करा सकें।
सुरक्षा कर्मियों ने उनकी संदिग्ध हरकत को देखते ही उन्हें रोक लिया और जेल प्रशासन को इसकी सूचना दी। यह घटना परप्पना अग्रहरा जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है।
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पिछले कुछ महीनों में इस जेल में तस्करी, भ्रष्टाचार और नियमों की अनदेखी से जुड़ी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जेल प्रशासन ने वार्डन के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है और सुरक्षा प्रोटोकॉल को और सख्त करने का फैसला किया है।
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि उच्च सुरक्षा वाले संस्थानों में निगरानी की कमी और नियमों का पालन न करने से गंभीर सुरक्षा जोखिम पैदा हो सकते हैं। जेल प्रशासन ने कहा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा जांच को और कड़ा किया जाएगा।
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