केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध गिरोह के प्रमुख सदस्य को गिरफ्तार किया है, जो जापानी नागरिकों को निशाना बनाकर “टेक सपोर्ट स्कैम” के ज़रिए ठगी करता था। यह कार्रवाई सीबीआई के चल रहे ‘ऑपरेशन चक्र-वी’ के तहत की गई है, जो साइबर अपराधियों के खिलाफ व्यापक अभियान का हिस्सा है।
एजेंसी ने गिरफ्तार आरोपी की पहचान द्विबेंदु मोहारा के रूप में की है। उसे भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर भारत लौटते समय गुरुवार (30 अक्टूबर, 2025) को हिरासत में लिया। सीबीआई के अनुसार, आरोपी एक अवैध कॉल सेंटर संचालित करता था, जो अत्याधुनिक सोशल इंजीनियरिंग तकनीकों और धोखाधड़ी के तरीकों का उपयोग कर विदेशी नागरिकों को फंसाता था।
यह गिरोह खुद को तकनीकी सहायता प्रदाता बताकर जापानी नागरिकों को कॉल करता था, उनके उपकरणों में नकली वायरस या तकनीकी समस्याओं का दावा करता था और फिर “सहायता शुल्क” के नाम पर बड़ी रकम वसूलता था। एजेंसी ने बताया कि अब तक इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है, जबकि मोहारा इस नेटवर्क का महत्वपूर्ण संचालनकर्ता था।
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सीबीआई ने कहा कि ऑपरेशन चक्र-वी के तहत भारत में चल रहे विभिन्न अंतरराष्ट्रीय साइबर नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जा रहा है, जो विदेशों में नागरिकों को निशाना बनाते हैं। इस अभियान में इंटरपोल और विभिन्न देशों की जांच एजेंसियों का सहयोग भी लिया जा रहा है।
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