दिल्ली पुलिस ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय होने की कोशिश कर रहे कुख्यात अपराधी हरसिमरन को थाईलैंड से डिपोर्ट किए जाने के बाद गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई केंद्रीय खुफिया एजेंसियों, विदेशों की कानून प्रवर्तन इकाइयों और दिल्ली पुलिस के संयुक्त प्रयास से सफल हुई।
38 वर्षीय हरसिमरन, जिसे बदल उर्फ सिमरन के नाम से भी जाना जाता है, पूर्वी शालीमार बाग का निवासी है। वह इस वर्ष जनवरी में एक फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर भारत से भाग गया था। अधिकारियों के अनुसार, उसका उद्देश्य यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में बैठकर एक अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर के रूप में अपनी पहचान बनाना था।
जांच में खुलासा हुआ कि हरसिमरन की नज़दीकी कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लो से थी, जो कनाडा में कॉमेडियन कपिल शर्मा के कैफे पर हुई गोलाबारी का कथित मास्टरमाइंड माना जाता है। पुलिस का कहना है कि हरसिमरन गोल्डी ढिल्लो की अंतरराष्ट्रीय आपराधिक गतिविधियों को सहयोग देने के लिए विभिन्न देशों में नेटवर्क तैयार करने की कोशिश कर रहा था।
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थाईलैंड में स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से उसे हिरासत में लिया गया और लंबी प्रक्रिया के बाद भारत को डिपोर्ट किया गया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया, और अब उससे उसके नेटवर्क, फर्जी पासपोर्ट के स्रोत तथा अन्य आपराधिक गतिविधियों को लेकर पूछताछ की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि हरसिमरन के अंतरराष्ट्रीय संपर्कों का पता लगाने के लिए अन्य देशों की एजेंसियों से भी समन्वय किया जा रहा है। उसकी गिरफ्तारी को हाल के दिनों में संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी सफलता माना जा रहा है।
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