अमेरिका में एक लुफ्थांसा विमान में हुई हिंसक घटना में एक भारतीय नागरिक प्रणीत कुमार उसिरीपल्ली पर दो किशोर यात्रियों पर हमला करने का आरोप लगाया गया है। यह घटना 25 अक्टूबर 2025 (शनिवार) को हुई, जिसके बाद विमान को आपातकालीन रूप से बोस्टन लोगन इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर मोड़ना पड़ा। यह जानकारी अमेरिकी न्याय विभाग (यू.एस. अटॉर्नी ऑफिस, मैसाचुसेट्स जिला) ने सोमवार (27 अक्टूबर) को प्रेस विज्ञप्ति में दी।
आरोपपत्र के अनुसार, उसिरीपल्ली ने पहले एक 17 वर्षीय युवक के कंधे पर धातु के कांटे (फोर्क) से वार किया और फिर उसी फोर्क से दूसरे 17 वर्षीय किशोर के सिर के पिछले हिस्से पर हमला किया। दूसरे किशोर को सिर पर गहरी चोट लगी।
इस घटना के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और अमेरिकी जिला न्यायालय में खतरनाक हथियार से हमला करने और गंभीर शारीरिक नुकसान पहुंचाने की नीयत से हमला करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। यदि दोषी पाया गया तो उसे 10 साल तक की जेल, तीन साल तक निगरानी में रिहाई, और 2,50,000 डॉलर तक का जुर्माना भुगतना पड़ सकता है।
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आरोपपत्र में यह भी कहा गया है कि भोजन सेवा समाप्त होने के बाद यह हमला हुआ। जब यात्रियों ने उसे काबू करने की कोशिश की, तो उसने उंगलियों से “बंदूक” का इशारा बनाकर अपने मुंह पर रखकर “ट्रिगर दबाने” की नकल की। इसके बाद उसने एक महिला यात्री को थप्पड़ मारा और चालक दल के सदस्य पर भी हमला करने की कोशिश की।
अधिकारियों ने बताया कि उसिरीपल्ली के पास वर्तमान में अमेरिका में वैध प्रवास स्थिति (Lawful Status) नहीं है। वह पहले छात्र वीजा पर बाइबिल अध्ययन में मास्टर कार्यक्रम में नामांकित था।
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