कोलकाता में रविवार को आयोजित विशाल भगवद् गीता पाठ कार्यक्रम के पास चिकन पैटी बेचने वाले एक विक्रेता की पिटाई मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई उस वीडियो के वायरल होने के बाद हुई, जिसमें विक्रेता शेख रियाजुल को भीड़ द्वारा पीटे जाते हुए देखा गया था।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सौमिक गोल्डर (23), स्वर्णेंदु चक्रवर्ती (32) और तरुण भट्टाचार्य (51) के रूप में हुई है। सौमिक को मुख्य आरोपी बताया गया है। तीनों को आज अदालत में पेश किया जाएगा। इनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिनमें चोट पहुंचाना, उपद्रव, अवैध विधानसभा और किसी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के उद्देश्य से किए गए कृत्य शामिल हैं।
वायरल वीडियो में दिखाई देता है कि कई लोग रियाजुल को घेरकर पूछताछ कर रहे हैं कि वह गीता पाठ स्थल के पास चिकन पैटी क्यों बेच रहा था। पहले उसे कान पकड़कर उठक-बैठक कराई गई, फिर उसका नाम पूछा गया। जैसे ही वह अपना नाम बताता है, कुछ लोग उसे थप्पड़ मारने लगते हैं। वह बार-बार माफी मांगता है और वहां से जाने की विनती करता है, लेकिन भीड़ उसे लगातार गालियां देती रहती है और मारती रहती है। अंत में वे उसके पैटी से भरे बॉक्स को भी फेंक देते हैं।
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वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश उमड़ा। कई लोगों ने गरीब विक्रेता के साथ हुई मारपीट को अमानवीय बताया, जबकि कुछ ने धार्मिक भावनाएं आहत होने की बात कही।
The Indian Witness से बातचीत में रियाजुल ने कहा, “मैं 20 साल से कोलकाता में वेज और चिकन पैटी बेच रहा हूं। ऐसा कभी नहीं हुआ। अचानक 8–10 लोग आए और मेरे सामान को जमीन पर फेंक दिया, फिर मुझे पीटने लगे। मेरा करीब 3,000 रुपये का माल नष्ट हो गया।”
तृणमूल कांग्रेस नेता कुनाल घोष ने कहा कि विक्रेता का किसी को नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था, जबकि भाजपा नेता सुकांत मजूमदार ने कहा कि घटना धार्मिक भावनाएं आहत होने के कारण हुई हो सकती है।
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