गोवा में 6 दिसंबर की रात हुई भीषण आग, जिसमें कम से कम 25 लोगों की मौत हुई, की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि नाइटक्लब ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ के मालिक सौरभ और गौरव लूथरा आग बुझाने और लोगों को बचाने के दौरान ही देश छोड़ने की तैयारी कर रहे थे।
अधिकारियों ने पुष्टि की है कि लूथरा ब्रदर्स ने 7 दिसंबर की रात 1:17 बजे मेक माय ट्रिप (MMT) प्लेटफॉर्म पर लॉग इन कर थाईलैंड के लिए टिकट बुक किए। उसी समय गोवा पुलिस और फायर सर्विस की टीमें अरपोरा स्थित नाइटक्लब में राहत और बचाव कार्य में जुटी थीं। कुछ घंटों बाद, दोनों दिल्ली से सुबह 5:30 बजे फुकेट के लिए उड़ान 6E 1073 से रवाना हो गए, जैसा कि इमिग्रेशन रिकॉर्ड से सामने आया है।
दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में बुधवार को दोनों की ट्रांज़िट अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। इसमें चार सप्ताह की गिरफ्तारी सुरक्षा और थाईलैंड से लौटने पर तत्काल हिरासत से राहत मांगी गई।
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इस बीच, क्लब के अन्य मालिक अजय गुप्ता को दिल्ली में हिरासत में लिया गया। वह पहले लापता थे, जिसके चलते पुलिस ने लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया था। मेडिकल जांच के बाद उन्हें गोवा ले जाया जाएगा। एक अन्य सह-मालिक, ब्रिटिश नागरिक सुरिंदर कुमार खोसला पर भी LOC जारी है।
जांच में एक और खुलासा हुआ कि लूथरा ब्रदर्स जिस मोबाइल नंबर का उपयोग कर रहे थे, वह उनके पूर्व ड्राइवर राम हरी सिंह के नाम पर जारी किया गया था। The Indian Witness टीम जब उनके पते पर पहुंची, तो पता चला कि सिंह वहां नहीं रहते। बाद में उन्होंने फोन पर बताया कि वह 2020 तक लूथरा परिवार के लिए ड्राइवर थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद उनकी सेवा समाप्त कर दी गई।
साथ ही, परिवार की कई लग्जरी कारें भी गायब पाई गईं। गोवा में करोड़ों की लागत से बना उनका नया घर भी आग की घटना के बाद से खाली पड़ा है। केवल एक कुत्ता अंदर मिला। दोनों भाइयों के खिलाफ इंटरपोल ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी है।
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