बिहार के अररिया ज़िले के नरपतगंज में 3 दिसंबर की सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला दिया। 25 वर्षीय शिवानी वर्मा, जो स्थानीय मध्य विद्यालय में शिक्षिका थीं, अपनी दोपहिया से स्कूल जा रही थीं। रास्ते में दो मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने उन्हें रोका और गोली मारकर भाग निकले। शुरूआती जांच में पुलिस ने इसे एक साधारण हत्या माना, लेकिन आगे की जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ — यह हत्या पहचान की गलती का मामला था।
पुलिस के अनुसार, अपराधियों को किसी अन्य महिला शिक्षक की हत्या के लिए सुपारी दी गई थी। वह शिक्षिका भी शिवानी की तरह ही समान प्रकार की दोपहिया पर, उसी मार्ग से रोज़ गुजरती थीं। सुपारीकिलरों ने बिना पुष्टि किए शिवानी को ही निशाना बना लिया। इस दर्दनाक भूल ने एक निर्दोष जीवन छीन लिया और पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया।
घटना के बाद स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश दोनों की स्थिति है। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने और मामले का जल्द खुलासा करने की मांग की। पुलिस ने आसपास के CCTV फुटेज खंगाले हैं और कई संदिग्धों से पूछताछ की है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हो रहा है कि हत्या के पीछे निजी रंजिश से जुड़ा मामला था, जिसके लिए गलत व्यक्ति को निशाना बना दिया गया।
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शिवानी वर्मा के परिवार का कहना है कि वह बेहद सरल और मिलनसार स्वभाव की थीं और अपने काम को लेकर समर्पित रहती थीं। उनके सहकर्मियों और छात्रों में भी शोक की लहर है। प्रशासन ने परिवार को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है।
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