पाकिस्तान के करांची शहर में एक पत्रकार की हत्या एक उग्रवादी इस्लामी संगठन के कार्यकर्ताओं ने इसलिए कर दी क्योंकि उन्होंने अपने टीवी चैनल पर इज़राइल के समर्थन में बयान दिया था। सिंध प्रांत के गृह मंत्री जियाउल हसन लांझार ने बताया कि पत्रकार और एंकर इम्तियाज़ मीर को 21 सितंबर को करांची के मलिर इलाके में उनके कार्यालय से निकलने के तुरंत बाद गोली मार दी गई थी।
लांझार ने सोमवार (27 अक्टूबर, 2025) को बताया कि हत्या के पीछे कारण यह था कि हमलावरों ने मीर को इज़राइल समर्थक माना था। उन्होंने कहा कि यह हमला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गंभीर हमला है।
पुलिस ने इस मामले में चार संदिग्ध आतंकवादियों — अजलाल जैदी, शहाब असगर, अहसान अब्बास और फराज अहमद — को गिरफ्तार किया है। ये सभी प्रतिबंधित ज़ैनबियून ब्रिगेड से जुड़े संगठन लश्कर सरुल्लाह के सदस्य बताए जा रहे हैं।
और पढ़ें: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बम विस्फोट, सात सुरक्षा कर्मी घायल
सिंध पुलिस के महानिरीक्षक गुलाम नबी मेमन और कराची पुलिस प्रमुख जावेद आलम ओधो ने बताया कि चारों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान हत्या की बात स्वीकार की है और यह भी बताया कि उन्होंने यह हमला विदेश में बैठे अपने हैंडलर के निर्देश पर किया था।
आईजी मेमन ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी शिक्षित हैं और उनका सरगना एक पड़ोसी देश में रह रहा है। उन्होंने बताया कि अपराध स्थल से बरामद खोखे (spent bullet casings) आरोपियों से मिले हथियारों से मेल खाते हैं।
दो संघीय खुफिया एजेंसियों ने भी जांच में करांची पुलिस की मदद की। पुलिस के अनुसार, एक आरोपी का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।
और पढ़ें: पाकिस्तान-अफगान सीमा पर झड़पें: कम से कम 5 सैनिक और 25 उग्रवादी मरे