उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में दलित युवक हरीओम वाल्मीकि की पीट-पीटकर हत्या के मामले में पुलिस ने चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस तरह इस मामले में अब तक कुल नौ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों पर अब गैंगस्टर एक्ट और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी।
घटना 2 अक्टूबर की रात लगभग 1 बजे की है, जब हरीओम वाल्मीकि को कुछ ग्रामीणों ने चोर समझकर पकड़ा और उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। गंभीर रूप से घायल हरीओम को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अफवाह के चलते हरीओम को संदिग्ध मान लिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वीडियो फुटेज और गवाहों के बयानों के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई। रायबरेली पुलिस ने पहले पांच लोगों को गिरफ्तार किया था और अब चार और को हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच तेज़ी से चल रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
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रायबरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस अमानवीय कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, गांव में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
इस घटना ने क्षेत्र में आक्रोश पैदा कर दिया है, जबकि दलित संगठनों ने पीड़ित परिवार के लिए न्याय और उचित मुआवजे की मांग की है।
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