राजस्थान पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय नकली मुद्रा गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरोह राजस्थान और हरियाणा में नकली मुद्रा का कारोबार कर रहा था और इसके जरिए आर्थिक अपराध को अंजाम दे रहा था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरोह ₹500 और ₹2,000 के नकली नोट तैयार कर रहा था, जो असली भारतीय मुद्रा से मिलते-जुलते थे। इन नकली नोटों को गिरोह के सदस्य मध्यस्थों के माध्यम से बाजार में फैलाते थे, जिससे आम जनता और व्यापारियों को भी नुकसान हो रहा था।
राजस्थान पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ कई महीनों की जांच के बाद यह कार्रवाई की। जांच में पता चला कि गिरोह के सदस्य सिर्फ राजस्थान ही नहीं बल्कि हरियाणा और आसपास के राज्यों में भी नकली नोटों का लेन-देन कर रहे थे। पुलिस ने नकली नोटों के साथ कई उपकरण और प्रिंटिंग मशीनें भी जब्त की हैं, जो नोट बनाने के लिए इस्तेमाल की जा रही थीं।
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गिरोह के सदस्यों से पूछताछ में पुलिस को और भी कई संदिग्धों के बारे में जानकारी मिली है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय था और भारत में नकली मुद्रा का नेटवर्क चलाता था।
इस सफलता के बाद राजस्थान पुलिस ने नागरिकों से सावधानी बरतने और संदिग्ध नोटों की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की है। इससे नकली मुद्रा की समस्या को कम करने और आर्थिक अपराधों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
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