नकली शराब मामले में लगातार हो रही कार्रवाई के बीच निषेध एवं आबकारी विभाग की पुलिस ने पूर्व मंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी नेता जोगी रमेश को हिरासत में ले लिया है। जोगी रमेश इस मामले में आरोपी संख्या 18 के रूप में नामित किए गए थे। गुरुवार (27 नवंबर 2025) को उन्हें न्यायिक हिरासत से पूछताछ के लिए आबकारी पुलिस द्वारा जेल से बाहर लाया गया।
अधिकारियों के अनुसार, इस व्यापक नकली शराब कांड ने प्रदेश में स्वास्थ्य सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर गंभीर चिंताएं खड़ी कर दी हैं। मामले की जांच कर रही टीम को मुख्य आरोपी अड्डेपल्ली जनार्दन राव द्वारा दिए गए बयान में यह महत्वपूर्ण जानकारी मिली कि वह यह अवैध शराब कारोबार पूर्व मंत्री जोगी रमेश की मदद से चला रहा था। इस बयान के आधार पर पुलिस ने जोगी रमेश की भूमिका की गहन जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों का कहना है कि नकली शराब की आपूर्ति और वितरण के पीछे एक संगठित नेटवर्क काम कर रहा था, जिसमें राजनीतिक पहुँच का इस्तेमाल होने की आशंका है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस कारोबार में और कौन से राजनीतिक या व्यावसायिक लोग शामिल हो सकते हैं।
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आबकारी विभाग ने बताया कि जांच में तेजी लाई गई है और इस मामले में पहले से गिरफ्तार कई आरोपियों से भी दोबारा पूछताछ की जा रही है, ताकि पूरी साजिश की परतें खोली जा सकें। अधिकारियों का कहना है कि अवैध शराब के कारण कई लोगों की जान खतरे में पड़ी और ऐसे मामलों में किसी भी व्यक्ति को उसके पद या प्रभाव के कारण छूट नहीं दी जाएगी।
मामले की आगे की कार्रवाई अदालत के निर्देशों और पुलिस जांच पर निर्भर करेगी।
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