गुजरात पुलिस ने मस्जिद निर्माण और मरम्मत के नाम पर जुटाए गए चंदे में हुए बड़े घोटाले का खुलासा किया है। इस मामले में सीरियाई मूल के कई नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर धोखाधड़ी और धन के दुरुपयोग का गंभीर आरोप है।
सूत्रों के अनुसार, आरोपी सीरियाई नागरिक लंबे समय से गुजरात में रहकर धार्मिक संस्थानों और स्थानीय लोगों से जुड़ाव बना रहे थे। उन्होंने मस्जिद के विकास और मरम्मत के नाम पर बड़े पैमाने पर चंदा इकट्ठा किया। लेकिन जांच में सामने आया कि इस राशि का इस्तेमाल वास्तविक उद्देश्य के बजाय निजी लाभ और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में किया गया।
पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में करोड़ों रुपये के लेनदेन का पता चला है। यह रकम हवाला चैनलों के जरिए भी भेजी गई हो सकती है। मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय एजेंसियों को भी जांच में शामिल किया जा सकता है।
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अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि इस घोटाले में और कौन लोग शामिल हैं। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि कहीं इस फंडिंग का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों में तो नहीं किया गया।
इस घटना ने राज्य की सुरक्षा एजेंसियों और आम जनता में चिंता पैदा कर दी है। धार्मिक संस्थानों के नाम पर चंदा जुटाने और उसके दुरुपयोग से न केवल विश्वास टूटता है बल्कि सामाजिक और धार्मिक सौहार्द पर भी असर पड़ता है।
सरकार ने साफ किया है कि ऐसे मामलों में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
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