केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 16 सितंबर को नई दिल्ली में द्वितीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे, जिसमें एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के प्रमुख भाग लेंगे। इस सम्मेलन का आयोजन नशीली दवाओं के खिलाफ भारत की रणनीति को मजबूत करने और राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम के दौरान गृह मंत्री नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की वार्षिक रिपोर्ट भी जारी करेंगे। साथ ही एक ऑनलाइन ड्रग डिस्पोजल कैंपेन की भी शुरुआत होगी, जिसके तहत जब्त की गई नशीली दवाओं के सुरक्षित और पारदर्शी निस्तारण की प्रक्रिया को डिजिटल माध्यम से आगे बढ़ाया जाएगा।
गृह मंत्रालय के अनुसार, इस सम्मेलन में देशभर से एएनटीएफ प्रमुखों के अलावा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, जांच एजेंसियों के प्रतिनिधि और विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। इसमें नशा तस्करी की नई चुनौतियों, सीमा पार से होने वाली तस्करी, ऑनलाइन डार्कनेट बाजार और युवाओं में बढ़ती नशाखोरी जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा होगी।
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सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में ‘नशामुक्त भारत अभियान’ और ‘ड्रग-फ्री सोसाइटी’ की दिशा में कई कदम उठाए हैं। अमित शाह ने बार-बार कहा है कि मादक पदार्थ न केवल युवाओं के भविष्य को बर्बाद करते हैं, बल्कि यह आतंकवाद और संगठित अपराध को भी बढ़ावा देते हैं। इसलिए केंद्र सरकार राज्यों और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर इस समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस सम्मेलन से उम्मीद है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में नारकोटिक्स-रोधी अभियान को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में ठोस रणनीतियाँ तैयार होंगी।
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