अमेरिकी एयरोस्पेस दिग्गज बोइंग (Boeing) में श्रम विवाद गहरा गया है, जहां 3,200 से अधिक फाइटर जेट कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट प्रस्ताव को खारिज करने के बाद हड़ताल पर चले गए। यह हड़ताल कंपनी के डिफेंस डिवीजन के लिए एक बड़ी चुनौती मानी जा रही है।
बोइंग डिफेंस ने कहा कि वह कामकाज में रुकावट के लिए तैयार है और एक आकस्मिक योजना (Contingency Plan) लागू करेगी, जिसमें गैर-श्रमिक कर्मचारियों का इस्तेमाल कर उत्पादन और संचालन को बनाए रखा जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, कर्मचारियों ने वेतन, लाभ और काम की परिस्थितियों में सुधार की मांग को लेकर नया अनुबंध प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया। यूनियन नेताओं का कहना है कि बोइंग का प्रस्ताव कर्मचारियों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा और कंपनी को श्रमिकों की मांगों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
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हड़ताल से बोइंग के फाइटर जेट निर्माण और डिफेंस प्रोजेक्ट्स की डिलीवरी समयसीमा पर असर पड़ सकता है। यह कंपनी के लिए खासतौर पर संवेदनशील समय है क्योंकि वैश्विक स्तर पर रक्षा उपकरणों की मांग बढ़ रही है।
बोइंग ने अपने बयान में कहा कि वह बातचीत के लिए खुला है और श्रमिक संघों के साथ समाधान खोजने की दिशा में काम करता रहेगा। हालांकि, हड़ताल के चलते उत्पादन पर कितना प्रभाव पड़ेगा, इसका आकलन अभी बाकी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि विवाद जल्द नहीं सुलझा, तो इससे बोइंग के डिफेंस डिवीजन की उत्पादन क्षमता और भविष्य के ठेकों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
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