थाईलैंड और कंबोडिया के बीच जारी भीषण संघर्ष सोमवार (15 दिसंबर 2025) को दूसरे सप्ताह में प्रवेश कर गया। कंबोडिया ने आरोप लगाया है कि थाई सेना की बमबारी अब उसके क्षेत्र के भीतर और गहराई तक पहुंच रही है तथा उन शरणस्थलों के बेहद करीब हो रही है, जहां सीमा क्षेत्रों से विस्थापित लोग पहले ही शरण ले चुके हैं।
कंबोडिया के रक्षा और सूचना मंत्रालयों के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 10 बजे थाई वायुसेना के एफ-16 लड़ाकू विमानों ने ओद्दार मीनचे प्रांत के चोंग काल जिले और सिएम रीप प्रांत के स्रेई श्नम जिले में विस्थापितों के शिविरों के पास दो बम गिराए। कंबोडियाई अधिकारियों ने बताया कि स्रेई श्नम में हुई बमबारी का निशाना एक पुल था, जो कंबोडियाई क्षेत्र के भीतर 70 किलोमीटर से अधिक अंदर स्थित है।
सिएम रीप प्रांत विश्व प्रसिद्ध अंगकोर वाट मंदिर परिसर का घर है, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल और कंबोडिया का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र है। इस पूरे घटनाक्रम पर थाई अधिकारियों की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। संघर्ष क्षेत्र और उसके आसपास पहुंच सीमित होने के कारण दोनों पक्षों के दावों की स्वतंत्र पुष्टि करना कठिन है।
और पढ़ें: नवंबर 2025 में भारत का व्यापार घाटा 61% घटकर 6.6 अरब डॉलर, निर्यात में तेज़ उछाल
दोनों देशों के बीच सीमा से लगे उन इलाकों को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा है, जहां सदियों पुराने मंदिरों के अवशेष मौजूद हैं। अधिकारियों के अनुसार, बीते एक सप्ताह में दोनों पक्षों की ओर से अब तक दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पांच लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं।
थाई अधिकारियों ने दावा किया कि 7 दिसंबर को हुई झड़प के बाद कंबोडियाई सेना को भारी नुकसान हुआ है, जिसमें टैंक, बख्तरबंद वाहन, तोपखाने, ड्रोन और संचार केंद्र नष्ट हुए। वहीं, कंबोडिया ने थाईलैंड के इन आंकड़ों को भ्रामक बताते हुए खारिज कर दिया है और अपने नुकसान के आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए हैं।
इस नए संघर्ष ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल पर पहले हुए संघर्षविराम को भी झटका दिया है। हालांकि ट्रंप ने हाल ही में दोनों देशों के बीच फिर से संघर्षविराम पर सहमति की घोषणा की थी, लेकिन थाई प्रधानमंत्री ने किसी औपचारिक प्रतिबद्धता से इनकार किया, जबकि कंबोडिया ने आत्मरक्षा में लड़ाई जारी रखने की बात कही है।
और पढ़ें: सोनम वांगचुक की हिरासत मामला: सुप्रीम कोर्ट ने पत्नी की याचिका पर सुनवाई 7 जनवरी तक टाली