चीन ने चेतावनी दी है कि यदि संयुक्त राज्य अमेरिका रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास करता है, तो वह इसे एकतरफा धमकाने (Unilateral Bullying) के रूप में देखेगा और इसके खिलाफ कड़े कदम उठाएगा। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन का विश्वभर, विशेषकर रूस के साथ सामान्य व्यापार और ऊर्जा सहयोग वैध और कानूनी है।
लिन जियान ने बताया कि चीन सभी देशों के साथ अपने व्यापारिक और ऊर्जा संबंधों को अंतरराष्ट्रीय कानून और राष्ट्रीय हितों के अनुरूप संचालित करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अमेरिका की संभावित एकतरफा कार्रवाई चीन की संप्रभुता और वैध व्यापारिक अधिकारों के खिलाफ होगी।
प्रवक्ता ने कहा कि चीन अमेरिका के कदम को चीन और रूस के बीच कानूनी और पारस्परिक लाभकारी सहयोग को बाधित करने का प्रयास समझेगा। यदि अमेरिका प्रतिबंध लागू करता है, तो चीन कड़े और प्रभावी उपाय करेगा, जो दोनों पक्षों के हित और अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुरूप होंगे।
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विशेषज्ञों का मानना है कि चीन की यह चेतावनी अमेरिका और चीन के बीच व्यापार और ऊर्जा सुरक्षा को लेकर बढ़ते तनाव का संकेत है। रूस से तेल आयात पर अमेरिका के प्रतिबंध लगाने की संभावनाओं ने चीन को अपने आर्थिक और ऊर्जा हितों की रक्षा के लिए सक्रिय रुख अपनाने के लिए प्रेरित किया।
चीन के इस रुख को अंतरराष्ट्रीय व्यापार और ऊर्जा सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और आर्थिक प्रतिक्रियाओं की संभावना बढ़ गई है।
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