महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन सभी अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है जिनमें कहा जा रहा था कि वे जल्द ही दिल्ली की राजनीति में भूमिका निभाने जा रहे हैं। फडणवीस ने स्पष्ट कहा कि वे आने वाले पाँच साल तक महाराष्ट्र में ही रहेंगे और राज्य की जनता की सेवा करते रहेंगे।
फडणवीस ने एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में कहा, “मेरे बारे में कई तरह की चर्चाएं फैलाई जा रही हैं, लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूँ कि मेरा पूरा ध्यान महाराष्ट्र पर है और मैं यहां की जनता के विकास कार्यों के लिए समर्पित हूँ।”
इस मौके पर उन्होंने हाल ही में शुरू हुई विवादास्पद ‘देवाभाऊ’ (DevaBhau) मुहिम पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह अभियान किसी जातिगत पहचान को लेकर नहीं है और न ही यह उनके उच्च जाति के उपनाम को बचाने का प्रयास है। फडणवीस ने कहा, “मुझे देवेंद्र फडणवीस के नाम से ही लोग जानते हैं और मुझे किसी नए पहचान की ज़रूरत नहीं है। यह मुहिम एक अलग संदर्भ में है, इसका गलत अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।”
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राज्य की सियासत में हाल के दिनों में लगातार यह चर्चा हो रही थी कि फडणवीस को राष्ट्रीय राजनीति में लाया जा सकता है और उन्हें दिल्ली में कोई अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। लेकिन उनके इस बयान के बाद यह साफ हो गया कि वे अभी लंबे समय तक महाराष्ट्र की राजनीति में ही सक्रिय रहेंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की आगामी रणनीतियों और चुनावी तैयारी का हिस्सा भी है।
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