रूस द्वारा कीव पर किए गए भयानक हमलों के बाद यूरोपीय नेताओं में गहरा आक्रोश है। यह जुलाई के बाद से रूस का कीव पर सबसे घातक हमला माना जा रहा है। इस हमले में कम से कम 19 लोग मारे गए, जिनमें चार बच्चे भी शामिल हैं, और दर्जनों लोग घायल हुए हैं, जैसा कि यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया।
हमले में एक पाँच मंजिला आवासीय इमारत ध्वस्त हो गई, जबकि ईयू मिशन कार्यालय और पास स्थित ब्रिटिश काउंसिल को भी नुकसान पहुंचा। ईयू की कार्यकारी आयोग की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि यह हमला उनकी कूटनीतिक मिशन के बहुत करीब हुआ, जिसमें दो मिसाइलें सिर्फ 50 मीटर की दूरी पर गिरीं और दोनों 20 सेकंड के भीतर लगीं।
वॉन डेर लेयेन ने इस हमले को लेकर गहरी चिंता और आक्रोश व्यक्त किया और इसे अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि कूटनीतिक कार्यालयों और शांति क्षेत्र पर हमला स्वीकार्य नहीं है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले ने यूक्रेन की राजधानी की सुरक्षा पर गंभीर खतरा पैदा किया है और यूरोपीय संघ को भी सीधे प्रभावित किया है। यह घटना रूस और यूरोपीय संघ के बीच तनाव को और बढ़ा सकती है।
कुल मिलाकर, रूस के हमलों ने मानव और कूटनीतिक नुकसान दोनों पहुंचाए हैं। यूरोपीय नेता इस हिंसा की कड़ी निंदा कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस हमले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन की राजधानी और वहां मौजूद अंतरराष्ट्रीय संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अब और जरूरी हो गया है।
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