लुइसियाना के एक व्यवसायी ग्राहम वॉकर को अब ‘असल जीवन का सांता क्लॉस’ कहा जाने लगा है। वॉकर ने हाल ही में अपने परिवार के स्वामित्व वाली निर्माण कंपनी Fibrebond को बेचने के पहले एक शर्त तय की थी: कंपनी की बिक्री से होने वाली कमाई का लाभ सीधे उसके कर्मचारियों को मिलना चाहिए।
Fibrebond कंपनी के 540 कर्मचारियों में कंपनी की बिक्री से प्राप्त कुल राशि का 15 प्रतिशत यानी लगभग 2,100 करोड़ रुपये (240 मिलियन अमेरिकी डॉलर) वितरित किया गया। वॉकर ने इस निर्णय के पीछे यह सुनिश्चित करना चाहा कि उनके कर्मचारियों को कंपनी की सफलता का प्रत्यक्ष लाभ मिले।
वॉकर ने The Indian Witness से बातचीत में कहा कि यह उनका मुख्य उद्देश्य था कि उनके कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण का सही मुआवजा उन्हें मिले। इस कदम के बाद वॉकर को कर्मचारियों के बीच बेहद लोकप्रियता मिली और उनका नाम अमेरिकी व्यापार जगत में भी प्रेरक उदाहरण के रूप में उभरा।
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The Indian Witness की रिपोर्ट के अनुसार, यह बोनस राशि कर्मचारियों के बीच समान रूप से वितरित की गई, जिससे सभी को कंपनी की बिक्री में हिस्सेदारी का अनुभव हुआ। विशेषज्ञों ने इसे व्यापारिक नैतिकता और कर्मचारियों के कल्याण के दृष्टिकोण से प्रशंसनीय कदम बताया है।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि एक जिम्मेदार और दूरदर्शी व्यवसायी न केवल कंपनी को बढ़ा सकता है, बल्कि अपने कर्मचारियों के जीवन में भी स्थायी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
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