मुंबई के आज़ाद मैदान में 'फ्री फिलिस्तीन' के नारे गूंज उठे। यह प्रदर्शन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए। प्रदर्शन में विभिन्न राजनीतिक दलों, नागरिकों और सामाजिक संगठनों के सदस्य एकजुट होकर फिलिस्तीनी जनता के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए जुटे।
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर गाजा में चल रहे नरसंहार और हिंसा के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। उन्होंने इज़राइल पर गाजा में नागरिकों और बच्चों के खिलाफ अत्याचार रोकने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान कई वक्ताओं ने दुनिया भर के देशों से अपील की कि वे फिलिस्तीन के लोगों के अधिकारों की रक्षा करें और मानवाधिकारों का सम्मान सुनिश्चित करें।
CPI(M) के नेताओं ने कहा कि गाजा में लगातार हो रही हत्याओं और अत्याचारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोका जाना चाहिए। उन्होंने भारत सरकार सहित अन्य सरकारों से भी इस मामले में दबाव डालने की अपील की। प्रदर्शन में शामिल युवाओं और नागरिकों ने कहा कि यह समय है जब सभी देश एकजुट होकर शांति और न्याय के लिए आवाज उठाएं।
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इस अवसर पर अनेक नागरिकों ने कहा कि फिलिस्तीन के लोगों के साथ वैश्विक एकजुटता दिखाना और उनके मूलभूत अधिकारों की रक्षा करना आवश्यक है। प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, लेकिन नारे और बैनर दर्शाते रहे कि लोगों में गाजा नरसंहार के खिलाफ गहरी चिंता है।
मुंबई का यह प्रदर्शन एक उदाहरण है कि नागरिक समाज, राजनीतिक दल और आम लोग मिलकर अंतरराष्ट्रीय न्याय और मानवाधिकारों के लिए अपनी आवाज बुलंद कर सकते हैं।
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