फ्रांस में सुरक्षा एजेंसियों ने निर्वासित रूसी कार्यकर्ता व्लादिमीर ओसेच्किन को निशाना बनाने की कथित साजिश के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। DGSI (Direction Générale de la Sécurité Intérieure) ने बताया कि गिरफ्तारी से यह पता चला है कि ओसेच्किन की गतिविधियों के कारण उन्हें संभावित हत्या के खतरे का सामना करना पड़ सकता है।
व्लादिमीर ओसेच्किन लंबे समय से इस बात से चिंतित थे कि उनके काम की वजह से उन्हें निशाना बनाया जा सकता है। DGSI के अनुसार, इस साजिश के पीछे राजनीतिक और संगठनात्मक कारण हो सकते हैं, जो उनके रूसी विरोधी कार्यों और सक्रियता से जुड़े हैं। गिरफ्तार व्यक्तियों के संबंध और उनके उद्देश्यों की जांच अभी जारी है।
सुरक्षा एजेंसियों ने कहा कि गिरफ्तारी ने संभावित गंभीर खतरे को समय रहते रोका है। फ्रांस में यह मामला यह संकेत देता है कि विदेशी निर्वासित कार्यकर्ताओं और राजनीतिक विरोधियों के लिए खतरे वास्तविक हो सकते हैं, और सरकार की सुरक्षा निगरानी अहम भूमिका निभा रही है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक सुरक्षा और निर्वासित कार्यकर्ताओं की सुरक्षा पर नई बहस को जन्म दिया है। साथ ही, यह दिखाता है कि दुनिया भर में राजनीतिक और सामाजिक सक्रियता रखने वाले लोग कभी-कभी अपनी जान के जोखिम में रहते हैं।
आगे की जांच में यह स्पष्ट किया जाएगा कि गिरफ्तार व्यक्तियों की साजिश का दायरा कितना बड़ा था और उन्होंने किन तरीकों से इस योजना को क्रियान्वित करने का प्रयास किया। अधिकारियों ने जनता और ओसेच्किन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम बढ़ाए हैं।
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