गाजा सहायता फ्लीट पर कई ड्रोन से हमला किए जाने की जानकारी कार्यकर्ताओं ने दी है। यह फ्लीट मानवीय सहायता ले जा रही थी और उसका उद्देश्य गाजा में फंसे लोगों तक जरूरी सामान पहुँचाना था। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि ड्रोन हमलों के चलते सहायता जहाजों को गंभीर खतरा पैदा हुआ।
इससे पहले, 23 सितंबर 2025 को इजराइल ने स्पष्ट कर दिया था कि वह इन जहाजों को गाजा तक पहुँचने की अनुमति नहीं देगा। इजराइल के इस कदम को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता व्यक्त की जा रही है, क्योंकि इसे मानवीय प्रयासों पर बाधा डालने वाला माना जा रहा है।
कार्यकर्ताओं का कहना है कि फ्लीट में मेडिकल सप्लाइज, खाद्य सामग्री और अन्य जीवनरक्षक सामान शामिल था। ड्रोन हमले ने जहाजों की सुरक्षा और चालक दल की जान के लिए खतरा उत्पन्न कर दिया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि इस घटना की जांच करवाई जाए और गाजा के लोगों तक राहत सामग्री पहुँचाने की अनुमति सुनिश्चित की जाए।
और पढ़ें: गाज़ा मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका की बढ़ती अलग-थलग स्थिति उजागर
विशेषज्ञों का मानना है कि इजराइल द्वारा फ्लीट को रोके जाने का तर्क सुरक्षा और सीमा नियंत्रण से जुड़ा हो सकता है, लेकिन इससे गाजा में मानवतावादी संकट और बढ़ सकता है। वहीं, कार्यकर्ताओं और कई मानवाधिकार संगठनों ने इस कदम की निंदा की है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है।
इस घटना ने गाजा की स्थिति और क्षेत्रीय तनाव को फिर से उजागर किया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मामले पर नजर बनाए हुए है और विभिन्न देशों ने शांतिपूर्ण समाधान और मानवतावादी सहायता सुनिश्चित करने की अपील की है।
और पढ़ें: गाज़ा सिटी पर इज़रायली हमले में कम से कम 14 लोगों की मौत, कुछ देशों ने फ़िलिस्तीन को मान्यता देने की प्रक्रिया तेज़ की