ग्रेटर विशाखापट्टनम म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन (GVMC) ने ‘ईट राइट’ अभियान की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य शहर में खाद्य सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करना और नागरिकों को स्वच्छ व सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराना है। इस अभियान के तहत SHE टीमें नियुक्त की गई हैं, जो रोज़ाना कम से कम दो भोजनालयों का निरीक्षण करेंगी।
जीवीएमसी कमिश्नर के अनुसार, ये टीमें रेस्तरां और भोजनालयों में उपयोग किए जा रहे कच्चे माल, तैयार भोजन की गुणवत्ता और रसोई की स्वच्छता की जांच करेंगी। यदि किसी प्रतिष्ठान में सुरक्षा मानकों का उल्लंघन पाया गया, तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
अभियान का मुख्य उद्देश्य न केवल खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता बनाए रखना है, बल्कि खाद्य व्यवसाय संचालकों को भी जागरूक करना है कि स्वच्छता और गुणवत्ता मानकों का पालन करना उनकी जिम्मेदारी है। इससे उपभोक्ताओं को सुरक्षित भोजन मिलेगा और खाद्य जनित बीमारियों के खतरे को भी कम किया जा सकेगा।
और पढ़ें: विशाखापट्टनम में लुलु समूह को आवंटित भूमि रद्द करने की मांग तेज
जीवीएमसी ने व्यापारियों से अपील की है कि वे अभियान में सहयोग करें और अपने प्रतिष्ठानों में साफ-सफाई तथा गुणवत्ता नियंत्रण पर विशेष ध्यान दें। अधिकारियों ने कहा है कि इस पहल के जरिए विशाखापट्टनम को ‘ईट राइट’ शहर के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
इस अभियान के दौरान नियमित निरीक्षण के साथ-साथ जनता से शिकायतें भी ली जाएंगी, ताकि खाद्य सुरक्षा से जुड़े मामलों पर तत्काल प्रतिक्रिया दी जा सके। जीवीएमसी का मानना है कि यह पहल शहर में स्वास्थ्य और स्वच्छता के स्तर को बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगी।
और पढ़ें: भारत में मॉनसून का प्रकोप: तेलंगाना में अगले 72 घंटे भारी बारिश का अलर्ट, दिल्ली-हिमाचल में भी तेज बरसात