पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जीवित हैं, लेकिन उन्हें ‘एकांत कारावास में मानसिक उत्पीड़न’ झेलना पड़ रहा है। यह दावा उनकी बहन डॉ. उज़्मा खान ने मंगलवार (2 दिसंबर 2025) को रावलपिंडी की अदियाला जेल में उनसे मुलाकात के बाद दिया। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने भी बयान जारी कर कहा कि 73 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर-से-राजनेता बने खान को पूर्ण अलगाव में रखा गया है और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
डॉ. उज़्मा ने बताया कि इमरान खान की सेहत ठीक लग रही है, लेकिन उन्हें एकांत में रखने और लगातार परिवार से दूर रखने के कारण उनकी मानसिक स्थिति पर असर हो रहा है। एक महीने से अधिक समय तक परिवार और वकीलों को खान से मिलने की अनुमति नहीं दी गई, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी मौत को लेकर अटकलें फैलने लगीं। हालांकि जेल प्रशासन ने दावा किया कि इमरान खान पूरी तरह स्वस्थ हैं।
इस बीच, पंजाब सरकार ने अदियाला रोड पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है क्योंकि PTI कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। रावलपिंडी और इस्लामाबाद में धारा 144 लागू है, जिससे चार या अधिक लोगों के जमा होने पर रोक है। आठ किलोमीटर के क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा और स्कूल-कॉलेज बंद किए गए हैं। लोगों को पहचान पत्र दिखाकर ही आने-जाने की अनुमति मिल रही है।
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इमरान खान के बेटे, कासिम खान ने भी सरकार से उनके जीवित होने का सबूत सार्वजनिक करने की मांग की है। PTI ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार इमरान खान की बहनों को उनसे मिलने नहीं देगी, तो देशभर में व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू किए जाएंगे। पार्टी नेताओं और परिवार ने यह भी कहा कि अगर खान को कुछ हुआ तो जिम्मेदार लोगों को पाकिस्तान और विदेशों में जनता नहीं बख्शेगी।
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