इज़राइल ने यमन की राजधानी सना पर हवाई हमले किए, जिनका लक्ष्य हूती विद्रोही ठिकाने और प्रमुख ऊर्जा प्रतिष्ठान थे। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इन हमलों से कई स्थानों पर भीषण विस्फोट हुए और आग लग गई।
इज़राइल के सैन्य अधिकारियों ने दावा किया कि ये हमले हूती विद्रोहियों की ओर से लाल सागर और क्षेत्रीय जलमार्गों में बढ़ते खतरों के जवाब में किए गए हैं। हूती समूह हाल के महीनों में इज़राइल और उसके सहयोगियों के खिलाफ मिसाइल और ड्रोन हमले तेज़ कर चुका है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, हमलों में सना के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में स्थित गोदामों और ईंधन डिपो को भारी नुकसान पहुंचा है। कई ऊर्जा हब और औद्योगिक क्षेत्रों में आग लगने की खबरें भी हैं। हालांकि, अब तक किसी हताहत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
और पढ़ें: नेतन्याहू गाजा सिटी ऑपरेशन जारी रखने पर अड़े, विरोध के बावजूद
विश्लेषकों का मानना है कि यह हमला मध्य पूर्व में पहले से जारी संघर्ष को और भड़का सकता है। हूती विद्रोही ईरान समर्थित माने जाते हैं, जबकि इज़राइल अमेरिका के साथ करीबी सुरक्षा सहयोग बनाए रखता है। इस टकराव से यमन में जारी गृहयुद्ध और जटिल हो सकता है, जो पहले ही दुनिया के सबसे बड़े मानवीय संकटों में से एक बन चुका है।
यमन सरकार ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह इस क्षेत्र में हिंसा रोकने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए। वहीं, हूती विद्रोहियों ने चेतावनी दी है कि वे इज़राइल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेंगे।
और पढ़ें: कांग्रेस ने मोदी सरकार की इज़राइल पर चुप्पी को बताया चिंताजनक