इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा सिटी में अपने सैन्य अभियान को जारी रखने का निर्णय लिया है, हालांकि इस कदम का कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और मानवाधिकार समूहों ने विरोध किया है। नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि सैन्य अभियान का उद्देश्य आतंकवादियों को निष्क्रिय करना और सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
इस अभियान के तहत, इज़राइली सेना ने गाजा पट्टी के उत्तरी हिस्से में स्वास्थ्य अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से संपर्क करना शुरू कर दिया। सेना ने उन्हें क्षेत्र खाली करने की सलाह दी ताकि सैन्य कार्रवाई के दौरान नागरिकों को न्यूनतम जोखिम हो। यह कदम गुरुवार, 21 अगस्त 2025 को उठाया गया।
सैन्य अधिकारियों का कहना है कि यह विस्तारित ऑपरेशन गाजा सिटी में आतंकवादी ठिकानों और हथियारों के नेटवर्क को निशाना बनाने के लिए आवश्यक है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस कार्रवाई पर चिंता जताई है और कहा है कि सैन्य ऑपरेशन के दौरान नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है।
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नेतन्याहू ने यह भी कहा कि इज़राइल का उद्देश्य केवल आतंकवादियों को निशाना बनाना है और निर्दोष नागरिकों को नुकसान नहीं पहुँचाना है। इसके बावजूद, गाजा सिटी के कई हिस्सों में सुरक्षा और मानवाधिकार संबंधी खतरे बढ़ गए हैं, जिससे स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि गाजा में यह स्थिति क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक राजनीति पर भी असर डाल सकती है। नेतन्याहू की सरकार इस अभियान को रणनीतिक और सुरक्षा हितों की दृष्टि से आवश्यक मान रही है।
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