जेफ्री एपस्टीन, एक अरबपति और प्रभावशाली व्यक्तियों से जुड़े व्यक्ति, का नाम पहली बार 2006 में बड़े कानूनी विवाद में आया जब एक 14 वर्षीय लड़की के माता-पिता ने पुलिस को बताया कि एपस्टीन ने अपनी फ्लोरिडा स्थित हवेली में उनकी बेटी का यौन शोषण किया है। यह आरोप एपस्टीन के खिलाफ यौन शोषण से जुड़े कई मामलों की शुरुआत बना।
उसके बाद एपस्टीन के खिलाफ कई लड़कियों ने आगे आकर आरोप लगाए, जिनमें से अधिकांश नाबालिग थीं। इन मामलों ने अमेरिका के कानूनी तंत्र और अभियोजन प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए, विशेष रूप से 2008 में हुए उस विवादास्पद “प्ला बारगेन” समझौते को लेकर, जिसके तहत एपस्टीन को केवल 13 महीने की सजा हुई और वह भी कार्यस्थल छोड़ने की छूट के साथ।
2019 में एपस्टीन को एक बार फिर गिरफ्तार किया गया, इस बार मानव तस्करी और यौन शोषण के गंभीर आरोपों में। लेकिन न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही उन्होंने न्यूयॉर्क की जेल में आत्महत्या कर ली, जिसने और भी अधिक विवाद और षड्यंत्र के सिद्धांतों को जन्म दिया।
एपस्टीन के करीबी संबंध कई बड़े राजनेताओं, व्यापारिक हस्तियों और शाही परिवारों से भी थे, जिसके कारण यह मामला केवल कानूनी ही नहीं, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी भूचाल लेकर आया। कई शक्तिशाली लोगों के नाम सामने आए, जिससे सत्ता, पैसे और कानून के बीच के संबंधों पर गंभीर बहस शुरू हुई।
आज भी एपस्टीन का मामला अमेरिका की न्याय व्यवस्था और राजनीतिक पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्न खड़ा करता है।