तमिलनाडु विधानसभा में मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने करूर में हुए भीड़ हादसे (Karur Stampede) को लेकर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि टीवीके (TVK) पार्टी ने सुरक्षा चेतावनियों को नजरअंदाज किया और पार्टी नेता की सात घंटे की देरी के कारण आयोजन स्थल पर भीड़ बढ़ गई, जिससे हादसा हुआ।
सीएम स्टालिन ने कहा कि घटना के समय सामान्य राजनीतिक बैठकों की तुलना में अधिक सुरक्षा बल तैनात थे, ताकि किसी अप्रिय घटना को रोका जा सके। बावजूद इसके, पार्टी नेतृत्व की अनियमितता और समय पर आयोजन न होने के कारण सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावी नहीं रह पाई।
वहीं, सीएम ने विधानसभा में यह भी बताया कि हादसे के तुरंत बाद मेडिकल और आपात सेवाओं को सक्रिय कर दिया गया और प्रभावित लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार घटना के हर पहलू की जांच कर रही है और उत्तरदायित्व तय करने के लिए स्वतंत्र जांच कमेटी का गठन किया गया है।
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विशेषज्ञों के अनुसार, करूर हादसा यह दर्शाता है कि राजनीतिक आयोजनों में समय पालन और भीड़ प्रबंधन की कमी गंभीर सुरक्षा जोखिम पैदा कर सकती है। मुख्यमंत्री ने सभी राजनीतिक दलों को चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पूर्व-योजना, भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा तैनाती पर विशेष ध्यान देना अनिवार्य है।
सीएम स्टालिन ने अंत में विधानसभा में आश्वासन दिया कि हादसे के सभी प्रभावित परिवारों को आर्थिक और सामाजिक सहायता दी जाएगी और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए कड़े नियम लागू किए जाएंगे।
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