बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी प्रमुख बेगम खालिदा ज़िया की गंभीर स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए उन्हें उन्नत इलाज के लिए आज रात या कल सुबह लंदन ले जाने की तैयारी की जा रही है। यह निर्णय उन विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की सलाह पर लिया गया है, जिन्हें विशेष रूप से ढाका बुलाया गया था।
ढाका के निजी अस्पताल में उनका उपचार कर रही मेडिकल बोर्ड में चीन से आए चार डॉक्टर शामिल हो चुके हैं, जबकि यूनाइटेड किंगडम के विशेषज्ञ चिकित्सक रिचर्ड बेल उनके इलाज की निगरानी कर रहे हैं। कतर ने खालिदा ज़िया के लिए एयर एंबुलेंस उपलब्ध कराने की पेशकश की है। बांग्लादेश सेना और वायु सेना ने अस्पताल के पास दो खुले स्थलों पर हेलीकॉप्टर की ट्रायल लैंडिंग और टेकऑफ भी कर लिए हैं।
गुरुवार को बांग्लादेश की तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने अस्पताल में जाकर खालिदा ज़िया से मुलाकात की। 23 नवंबर को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी स्थिति अब भी अत्यंत गंभीर बनी हुई है। बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने भी अस्पताल पहुंचकर करीब आधे घंटे तक उनकी अवस्था का जायज़ा लिया।
और पढ़ें: बीमार खालिदा ज़िया के लिए मोदी का समर्थन, बांग्लादेश को हर संभव मदद का आश्वासन
खालिदा ज़िया के बड़े बेटे और बीएनपी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान लंदन से उनके उपचार की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा “इस गंभीर समय में, किसी भी पुत्र की तरह, मैं भी अपनी मां के स्नेहिल स्पर्श की लालसा करता हूं।” उन्होंने अपने देश वापस न आ पाने के कारणों पर संकेत देते हुए कहा कि यह निर्णय पूरी तरह उनके नियंत्रण में नहीं है, जिससे उनके न लौटने को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
अस्पताल में खालिदा ज़िया को विशेष सुरक्षा प्रदान की गई है और बांग्लादेश की स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स (SSF) उनकी सुरक्षा में तैनात है। इसी बीच, भारत ने भी सहायता की पेशकश करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भारत हर संभव सहायता देने के लिए तत्पर है।”
और पढ़ें: पूर्व बांग्लादेश पीएम खालिदा जिया आईसीयू में, स्वास्थ्य स्थिति गंभीर