मैक्सिको और डोमिनिकन रिपब्लिक ने सर्गसस समुद्री शैवाल की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए संयुक्त कार्रवाई का प्रस्ताव रखा है। अटलांटिक महासागर में फैल रही सर्गसस की विशाल मात्रा तटीय पर्यावरण, समुद्री जीवन और पर्यटन पर गंभीर असर डाल रही है।
पिछले एक दशक में सर्गसस शैवाल के प्रसार में नाटकीय रूप से वृद्धि हुई है। वैज्ञानिकों के अनुसार, इसके पीछे कई कारक हैं—जैसे पोषक तत्वों से युक्त प्रदूषण (nutrient pollution), वनों की कटाई, समुद्र का बढ़ता तापमान और समुद्री धाराओं में बदलाव। ये सभी कारक मिलकर इस शैवाल को अनुकूल वातावरण प्रदान कर रहे हैं, जिससे यह हजारों किलोमीटर तक फैल चुका है।
मैक्सिको और डोमिनिकन रिपब्लिक की सरकारों ने कहा कि इस समस्या को किसी एक देश के स्तर पर नहीं सुलझाया जा सकता और इसके लिए क्षेत्रीय सहयोग आवश्यक है। दोनों देशों ने शोध साझेदारी, सागर से शैवाल हटाने की तकनीक साझा करने, और सतत पर्यावरणीय नीति निर्माण जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की बात कही है।
और पढ़ें: अमेरिकी राजनयिकों को यूरोप के टेक कानून के खिलाफ ज़ोरदार लॉबिंग का आदेश
सर्गसस की अत्यधिक मात्रा न केवल समुद्र तटों को गंदा करती है, बल्कि इसके सड़ने से हानिकारक गैसें निकलती हैं, जिससे स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
यह प्रस्ताव कैरेबियाई और मध्य अमेरिकी देशों को साथ लाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है, ताकि इस समुद्री पारिस्थितिक संकट से सामूहिक रूप से निपटा जा सके।
और पढ़ें: कार्बन डाइऑक्साइड और पौधों के स्वास्थ्य की निगरानी वाले नासा मिशनों को बंद करने की तैयारी में ट्रम्प प्रशासन