म्यांमार की सैन्य सरकार ने घोषणा की है कि देश के ऐतिहासिक रेलवे पुल को बमबारी कर नष्ट कर दिया गया है। यह पुल म्यांमार की इंजीनियरिंग और सांस्कृतिक धरोहर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
Gokteik Viaduct नामक यह पुल 102 मीटर (334 फीट) ऊँचाई पर एक घाटी के ऊपर स्थित था और इसे देश का सबसे ऊँचा रेलवे पुल माना जाता था। इसका निर्माण ब्रिटिश औपनिवेशिक काल में 1901 में किया गया था और उस समय यह दुनिया का सबसे लंबा और उच्चतम रेलवे ट्रस्ल पुल था। यह पुल म्यांमार की रेलवे कनेक्टिविटी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था और व्यापार, यात्रा और पर्यटन के लिए विशेष रूप से उपयोगी था।
सेना के बयान के अनुसार, बमबारी के कारण पुल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और फिलहाल इसकी मरम्मत करना असंभव है। रेलवे मार्ग बंद होने से न केवल यातायात प्रभावित होगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन उद्योग भी गंभीर रूप से प्रभावित होगा।
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विशेषज्ञों ने कहा कि Gokteik Viaduct न केवल तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह म्यांमार के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रतीकों में भी शामिल था। इसका नष्ट होना देश की सांस्कृतिक धरोहर के लिए एक बड़ा नुकसान है।
स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए यह पुल एक आकर्षण का केंद्र रहा है। अब इसके नष्ट होने से म्यांमार के पर्यटन और इतिहास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की है, क्योंकि यह म्यांमार की बुनियादी ढांचा सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता के लिए गंभीर संकेत है।
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